छत्तीसगढ़ वन विभाग के रायपुर सर्किल में लगता है ताल मेल की कमी हो रही है , तभी तो CCF कार्यालय से 4 जून 2021 को चला आदेश अब तक फाइलों में धूल खा रहा है। हो सकता है वनमण्डलाधिकारी किसी व्यस्तता के चलते या हो सकता है व्यक्तिगत लगाव के चलते अब तक डिप्टी रेंजर सूर्य प्रकाश जाधव को रिलीव नहीं कर रहे हैं। वैसे आदरणीय विश्वेश जी आपको बता दें की तूता माना की नर्सरी के कर्मचारी और रेस्ट हाउस के कमरों की दीवारें चीख चीख कर इस डिप्टी के किस्से बयान कर रहीं हैं। यकीन न हो तो एक बार खुद या अपने SDO कुदरिया जी से तस्दीक करवा लीजिये। आपको असलियत पता चल जाएगी। गौरतलब है कि इस डिपुटी की शिकायते पहले भी कई बार हो चुकी हैं , और ये सस्पेंशन के आदि हैं। अपने मातहतों से कहते फिरते हैं कि इनकी सप्लाई ऊपर तक है , कोई इनका कुछ नहीं बिगाड़ सकता।
एक वजह ये भी हो सकती है कि CCF नायक जी के आदेश की अवहेलना की जाय। थोड़ा वक्त काटा जाय , ताकि जोड़ तोड़ कर पोस्टिंग केंसल करवाई जा सके। वैसे भी ऐसे व्यभिचारी को अपने महकमे में लेने में संचालक सह वनमंडलाधिकारी , जंगल सफारी , श्रीमती मर्सी बेला को कोई इंट्रेस्ट नहीं हो सकता , जो काम काम और रेस्ट हाउस में आराम ज्यादा फरमाता हो।
हो सकता है कुछ अंदर का मामला हो , ये तो डिफ्फो साहब जाने या जाधव। ……इति