राजधानी रायपुर के लगभग १४ अमूल वितरक इन दिनों बगावत के मूड में है / दरअसल विगत दिनों अमूल ने दूध की कीमतों में 2 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि की है , वहीं अमूल दूध के समकक्ष बाजार में बहुत से प्लेयर उसका मार्किट शेयर लगातार कम करने में लगे हुए हैं / शुरुआती दिनों में छत्तीसगढ़ में देवभोग और दिनशॉ दूध ही था , जो अमूल को टक्कर देने में असमर्थ था , पर अब बाजार में उसके प्रतिस्पर्धी मदर डेरी , गाया और वचन उसके ग्राहक छीन रहे हैं , वहीं थोक और खुदरा मूल्य में भी अंतर् इसकी वजह बन रही है / सूत्र बताते हैं की स्थानीय उत्पाद वचन इस दौड़ में सबसे आगे है और अमूल प्रबंधन मैनेजर के लगातार वितरकों से दुर्व्यवहार उसे पीछे धकेलने में लगा हुआ है , वहीं वचन प्रबंधन अमूल के उच्चाधिकारियों को तोड़ कर अपने यहां ले जाने में सफल हुआ है /
अमूल महा प्रबंधक डिमांड से अधिक दूध सप्लाई कर वितरकों को आर्थिक नुकसान में फंसा रहा है लिहाजा वे आनंद स्थित मुख्यालय को लगातार मेल भेज रहे हैं /
यहां एक बात और सामने आई है वो ये कि खुद अमूल प्रबंधन दूध पावडर स्थानीय दूध निर्माताओं को भरपूर उपलब्ध करा रहा है / ऐसा क्यों पूछने पर वितरक ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि दूध में से क्रीम निकाल लेने के बाद सिर्फ पानी ही बच जाता है , जिसे फिर से गाढ़ा करने पावडर मिलाया जाता है , यानि आम जनता दूध के नाम पर दूध पावडर पी रही है / इति