छत्तीसगढ़ के जशपुर जिला मुख्यालय से महज 7 किलोमीटर दूर ट्राइबल सर्किट के तहत बने सरना एथेनिक रिसोर्ट में 6 खूबसूरत लॉग हट्स सैलानियों को बखूबी अपनी और आकर्षित करते हैं , पर अफ़सोस , रखरखाव के आभाव में ये लॉग हट्स धीरे धीरे बर्बादी की ओर अग्रसर हो रहे हैं। मात्र 2 साल पहले बनकर तैयार हुआ ये रिसोर्ट विभाग की उपेक्षा के चलते अमूमन खाली खाली ही रहता है , यदाकदा ही सैलानी इस ओर रुख करते हैं। सैलानियों के आभाव में यहाँ कार्यरत कर्मचारी भी उदासीन होते जा रहे हैं। वैसे तो इसके रखरखाव की जिम्मेदारी इसकी निर्माणकरता एजेंसी के जिम्मे होनी चाहिए , मगर उचित मार्गदर्शन के आभाव में यहां बने कमरे धीरे धीरे ठहरने योग्य नहीं रह जायेंगे , अगर समय रहते रखरखाव की दिशा में उचित कदम नहीं उठाये गए तो छत्तीसगढ़ टूरिज्म की ये प्रॉपर्टी भी बर्बाद हो जाएगी। लगभग 8 करोड़ की लागत से बना ये रिसोर्ट बेहद खूबसूरत है मगर अब इसके लॉग हट्स को दीमक चट कर रही है , वहीं समय समय पर रंग रोगन के आभाव में लकड़ियां सड़ रही हैं , लोग हट्स की सीढ़ियां भी टूट रही हैं। एथेनिक रिसोर्ट के सिर्फ चार कमरों में ही फॉल सीलिंग लगी है , बाकि कमरों में लगी बांस और खपरे की छत से कचरा बिस्तर पर गिरता है। विभाग के चालन शाखा के उचित मार्गदर्शन की आवश्यकता है , वहीं ये खूबसूरत रिसोर्ट अपने प्रबंध संचालक की भी बाट जोह रहा है। इति।